Saturday, October 4, 2008

क्रिकेट स्टेडियम बना छत्तीसगढ़ का गौरव - त्र्यम्बक शर्मा

क्रिकेट स्टेडियम बना छत्तीसगढ़ का गौरव
यहां से भी निकलेंगे अब धोनी और सौरव !!

त्र्यम्बक शर्मा

११ सितंबर २००८ को छत्तीसगढ़ के पहले अंतर्राष्ट्रीय स्टेडियम के उद्घाटन के एक दिन पहले तक किसी को यह गुमान नहीं था कि छत्तीसगढ़ के लोगों में भी क्रिकेट का जादू सर चढ़कर बोलता है. उद्घाटन मैच शुरु होने के चार घंटे पहले पूरा स्टेडियम खचाखच भर चुका था. वी.आई.पी. कार्ड के भरोसे देर से आने की मंशा रखने वालों के लिए यह सबक रहा कि हर आयोजन में पहले से आकर अपना स्थान सुरिक्षत रखना ज्यादा श्रेयस्कर होता है. गाड़ियों का रेला ऐसा लगा कि कई लोग घंटो जाम में फंसे रहे और मैच नहीं देख सके.
किसी खेल को लेकर ऐसी अद्भूत स्वस्फूर्ति भीड़ छत्तीसगढ़ के नेताआें के लिए आश्चर्य का विषय थी. यह जुनून देखकर तो लगता है कि मानो यही हमारा राष्ट्रीय खेल हो लोगों का उत्साह देखने लायक था. जिस व्यक्ति ने उस दिन स्टेडियम का विहंगम दृश्य अपनी आंखो से नहीं देखा उसने एक बहुत अच्छा अवसर खो दिया है.
इस दृश्य को राज्यपाल ई.एस.एल. नरसिम्हन, विधानसभा अध्यक्ष प्रेम प्रकाश पांडे, मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह, पंचायत मंत्री अजय चंद्राकर और इस आयोजन के मुख्य कर्ता-धर्ता खेल मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने अन्य अतिथियों के साथ देखा. कार्यक्रम का ऐसा असर रहा कि हरिभूमि के प्रबंध संपादक हिमांशु द्विवेदी ने दूसरे दिन हरिभूूमि में खेलमंत्री बृजमोहन अग्रवाल को ``मैन ऑफ द मैच'' का खिताब दे डाला. विधानसभा अध्यक्ष प्रेम प्रकाश पांडे ने यह दृश्य देखकर कहा कि ११ सितंबर अब सिर्फ वर्ल्ड ट्रेड सेंटर के विध्वंस के दिन के रुप में ही नहीं जाना जाएगा अपितु अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम के सृजन के लिए भी जाना जाएगा. खेल में वह ताकत होती है कि विरोधियों को भी एक कर देता है. स्वास्थ्य मंत्री अमर अग्रवाल का क्रिकेट का शौक उन्हें यहां खींच लाया, राजनीति में जबकि वे खेल मंत्री के विरोधी माने जाते हैं.
जैसा कि हमेशा होता है वैसा ही इस बार भी हुआ स्टेडियम के पूर्ण होने के पूर्व उसके उद्घाटन को लेकर राजनीति भी हुई लेकिन जब विरोध सिर्फ विरोध करने के लिए किया जाता है तो सार्थक नहीं होता. अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम का निर्माण और उद्घाटन खेल मंत्री बृजमोहन अग्रवाल की प्रबल इच्छा शक्ति को प्रदर्शित कर गया श्री अग्रवाल ने बाद में कहा ऐसा भव्य आयोजन निर्विघ्न तरीके से संपन्न हो जाना सिर्फ इंसानी शक्ति के भरोसे संभव नहीं था, इसके पीछे ईश्वर की अदृश्य शक्ति का बहुत बड़ा हाथ था. यह बात सही भी थी उस दिन बारिश की संभावना प्रबल थी. बारिश होती तो भगदड़ मच सकती थी. आयोजन के बाद धन्यवाद देने के लिए आयोजित कार्यक्रम में भी श्री अग्रवाल ने खेल विभाग, पुलिस विभाग और जिला प्रशासन और स्टेडियम समिति सहित सभी वर्गों के लोगों के प्रति आभार व्यक्त किया. पुलिस प्रशासन ने भी इस बात पर संतोष व्यक्त किया कि उस दिन कोई ऐसी अनहोनी घटना नहींहुई जो अंतर्राष्ट्रीय स्टेडियम की खुशी में व्यवधान डाले.
बहरहाल स्टेडियम बन चुका है और कुछ काम शेष हैं वो भी पूरे हो जाएंगे. अब भारतीय क्रिकेट टीम के लिए राजेश चौहान की तरह छत्तीसगढ़ से भी धोनी और सौरव तैयार करना ही शेष है.