खेल एवं युवा कल्याण विभाग(४ वर्ष की उपलब्धि)
१ रायपुर में अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम का निर्माण ९८.४५ करोड़ रूपये । निर्माण पूर्णत: की ओर । २ प्रदेश में २१ स्थानों पर ५९२४.५८ लाख रूपये के लागत से नवीन स्टेडियम, आउटडोर स्टेडियम, जिला खेल परिसर, खेल प्रशिक्षण केन्द्र, मिनी स्टेडियम, इंडोर स्टैडियम का निर्माण का लगभग पूर्णत: की ओर। ३ प्रदेश में ९६ खेल संघ एवं संगठनो को पिछले ४ वर्षे में २,३८,१३,९८१ रूपये का अनुदान विभिन्न खेल आयोजनों एवं खेल गतिविधियों से जुड़े कार्यो के लिए स्वीकृत। ४ प्रदेश भर में जिला एवं राज्य स्तर पर विभिन्न खेल प्रतियोगिता एवं प्रशिक्षण शिविर का आयोजन जिसमें भारती खेल प्राधिकरण द्वारा प्रायोजित ग्रामीण खेल प्रतियोगिता एवं महिला खेल प्रतियोगिता भी सम्मिलित । ५ प्रदेश भर में युवाओं को युवा गतिविधियों का आयोजन जिसमें खेल प्रतियोगिताओं के साथ-साथ युवा उत्सवों का आयोजन । ६ विभाग द्वारा खेल के क्षेत्र में गुंडाधूर सम्मान, महाराजा प्रवीरचंद भंजदेव सम्मान, शहीद राजीव पांडेय पुरस्कार, शहीद कौशल यादव पुरस्कार, वीर हनुमान पुरस्कार के अंतर्गत नगद राशि से सम्मान । ७ प्रदेश के खिलाड़ियो को प्रोत्साहित करने के लिए सबजुनियर, जुनियर एवं सीनियर वर्ग के राष्ट्रीय खेल प्रतियोगिता में या निशक्तजन खेल, ग्रामीण खेल, महिला खेल, राष्ट्रीय युवा उत्सव में पदक प्राप्त करने पर नगद राशि पुरस्कार व खेल अंलकरण से सम्मान । ८ प्रदेश के सभी जिलों में खेलाड़ियो को प्रोत्साहित करने के लिए सबजुनियर, जुनियर एवं सीनियर वर्ग में स्पोट्र्स स्कॉलरशीप की योजना का क्रियान्वयन । ९ खेल संघो को प्रोत्साहन हेतु प्रेरणानिधि के रूप में उनके कार्यो के आधार पर २००० से लेकर १ लाख तक की राशि प्रेरणा के रूप में प्रदान की जाती है । १० खिलाड़ियो का जोखिम बीमा ११ खेल से संबेधित राज्य में शारीरिक शिक्षा, खेल साहित्य से संबंधित लेखन एवं शोध कार्य को प्रात्साहन के लिए अधिकतम ५ हजार रूपये प्रोत्साहन राशि के रूप में दी जावेगी । १२ राष्ट्रीय चैम्पियनशीप में भाग लेने वाले खिलाड़ियो ट्रेकसूट एवं राष्ट्रीय युवा उत्सव में भाग लेने वाले कलाकारों को परिधान का प्रावधान । १३ छत्तीसगढ़ में मैराथन दौड़ का आयोजन प्रारंभ । १४ अंतर शालेय खेल प्रतियोगिता आयोजन प्रारंभ । १५ राज्य में हॉकी के नियमित प्रशिक्षण के लिए जिलों में ४०० हॉकी स्टिक का वितरण एवं नये प्रशिक्षण केन्द्रों की शुरूवात । १६ वयोवृद्व खिलाड़ियो को सम्मान वृद्धि । १७ राज्य के अखाड़ों को कुश्ती के लिए ८० गद्दे का प्रदान किए गये एवं कुश्ती के नये विधा का प्रशिक्षण प्रांरभ किया गया । १८ राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में जुडो के विकास हेतु १९२ गद्दो का वितरण एवं जुडो का प्रशिक्षण प्रारंभ ।